“सही रास्ता अपनाएं ” मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार – डॉ बी एल राज (CMHO)
कवर्धा:अतुल्य भारत डेली न्यूज़ एजेंसी lआस्था समिति द्वारा जोखिम समुदाय में HIV/AIDS के प्रति जनजागरूकता हेतु सामुदायिक कार्यक्रम का आयोजन दिनांक – 1 दिसम्बर -2024 को संस्था कार्यालय कवर्धा, जिला कबीरधाम छत्तीसगढ़ में मनाया गया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा० बी.एल. राज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, विशिष्ट अतिथि बालाराम साहू (जिला समन्वयक -रेडक्रास सोसाइटी ), नीलेश टांडेकर- क्षय विभाग, डॉ राजेंद्र जांगड़े , गणेश गुप्ता -सरपंच ग्राम प्रभाटोला की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ समस्त अतिथियों द्वारा कैंडल जलाकर किया गया। आस्था समिति द्वारा उपस्थित सम्माननीय अतिथियों का रेड रिबन एवं बैच लगाकर स्वागत किया।
डा० बी.एल. राज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने उद्बोधन में HIV/AIDS की रोकथाम की जानकारी दिया एवं आगे कहाँ की ” सही रास्ता अपनाएं” मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार, हम सभी को HIV/एड्स के प्रति अपना स्टेटस पता होना चाहिए, hiv की जानकारी ही बचाव हैं। HIV के प्रति जागरूकता लाकर ही समुदाय के लोगों को HIV से बचाया जा सकता हैं साथ ही घर, परिवार, पारा मोह्हले एवं संगी संगवारी को जागरूकता करना हैं ।
बालाराम साहू द्वारा बताया की जागरूकता बढ़ाना हैं, एड्स भगाना हैं। जान हैं तो जहाँ है, HIV की जानकारी ही बचाव हैं। निलेश टांडेकर द्वारा TB स्क्रीनिंग एवं लक्षण दिखाई देने पर उन्हें डॉट्स केंद्र जाँच हेतु भेजनें को कहाँ गया।
आस्था समिति अध्यक्ष एवं कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे दौलतराम कश्यप द्वारा बताया गया कि संस्था विगत 25 वर्षों से छत्तीसगढ़ में समाज के विभिन्न वर्गों बच्चों, महिलाओं दिव्यांगों, आदिवासी, वंचित समूहों, विशेष संरक्षित जनजाति बैगा समुदाय के साथ पंचायत के माध्यम से टिकाऊ आजीविका हेतु लोगों का सशक्तिकरण तथा महिला एवं स्वास्थ्य / शिक्षा के मुद्दे पर सक्रिय रूप से कार्यरत हैं। संस्था विगत 14 वर्ष से अधिक समय से HIV/एड्स के रोकथाम हेतु मुख्य रूप से स्वास्थ्य के मुद्दों पर सफलतापूर्वक कार्य कर रही हैं।
राजेश गोयल ने कार्यक्रम का संचालन किया एवं उपस्थित समुदाय के लोगों को बताया की HIV/एड्स मुख्य चार कारणों से होता हैं। 01-HIV संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने से फैलता हैं।02- संक्रमित रक्त चढ़ाने से,03- HIV संक्रमित सुई/ सीरीज का साँझा प्रयोग से।
04- HIV संक्रमित गर्भवती माँ एवं उसके होने वाले संतान को हो सकता हैं.।
बचाव के कारण – 01- सुरक्षित यौन संबंध बनाने से, 02- जाँचा परखा रक्त चढ़ाने से, 03 – प्रत्येक बार नई सुई/सीरीज का उपयोग करने से एवं 04- संक्रमित गर्भवती महिला को डॉक्टरी देख रेख में प्रसव कराने से बचाया जा सकता हैं। आगे बताया की यौन जनित रोग HIV/ एड्स को 08-से 10 गुना बढ़ा देता है, सामाजिक सुरक्षा योजना के लाभ एवं जोखिम समुदाय के लिए नाको के दिशा निर्देश अनुसार HIV/एड्स के साथ जी रहे लोगों को व्यपाक देखभाल, उपचार एवं आवश्यक सेवा प्रदान कर बेहतर कार्य कर रही हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित रामानुज पाली, मोनिका बांधेकर, लक्ष्मी, आशीष, रामकिनकर, ज्योति, आशा, अभिषेक, देवेन्द्र, शालिनी, आरती, नरबदिया, शशि, प्रीति, संगीता एवं कार्यक्षेत्र की महिला, पुरुष उपस्थित थे।