आक्रोशित छात्रा- छात्राओं एवं कांग्रेसियों ने सीएमओ एवं अन्य अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग को लेकर शीर्ष अधिकारियों को सौपा ज्ञापन
कवर्धा (अतुल्य भारत)- छत्तीसगढ़ के कई जिलों के गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले छात्र- छात्राएं आंखो में अपने माता – पिता के सपनों और भारत माता व छत्तीसगढ़ महतारी के सेवा का सपना लिऐ अपना भविष्य गढ़ने कवर्धा स्थित भारतमाता कांप्लेक्स के कोचिंग क्लास में ट्यूशन पढ़ अपनी अंधेरी जिंदगी में उजाला की आश लेकर आए, वर्तमान में सरकार द्वारा बहुत से पदों पर भर्ती निकाली जा चुकी है और नए भर्ती के आवेदन निकलने वाले हैं, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी जोरों पर हैं, ऐसे में सबसे अधिक युवाओं की संख्या वाले देश भारत में, युवा उत्सव के दिन ही छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़, उनके मेहनत और लगन के साथ बीच मजधार में छल किया गया, गरीब घर के प्रतिभावान बच्चे अपने सपनो की तैयारी कर ऊंची उड़ान उड़ सके इसीलिए उनके सपनों को पंख देने के लिऐ की गई थी यह लोक कल्याणकारी शुरुआत एवं एक सफल प्रयास, लेकिन नगरपालिका प्रशासन द्वारा उनके सपनों को कुचलने पर विद्यार्थियों के चेहरे पर मायूसी, निराशा और आक्रोश साफ़ झलक रही थी, यदि उक्त घटना से निराश होकर किसी छात्र- छात्राओं ने दिया किसी अप्रिय घटना को अंजाम तो कौन होगा इसका जिम्मेदार ?
कांग्रेस की सरकार होने पर जो नगरपालिका परिषद कवर्धा के मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने तत्कालीन कैबीनेट मंत्री मोहम्मद अकबर के साथ उपस्थित होकर जिन छात्रों को ऊंची उड़ान उड़ने के सपने दिखाकर कोचिंग संस्थान खोलने में मदद किया, वही सीएमओ बीजेपी का शासन आने पर अपने हाथों से उनकी किस्मत की किताब फाड़ दिया!
आखिर कौन है? इन बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के पीछे, नगरपालिका सीएमओ ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है, कि उन्हें आवेदन मिला था, कोचिंग संस्थान के विरुद्ध कार्यवाही करने। आखिर कोचिंग संस्थान खोलने के लिए अनुज्ञा की कार्यवाही पूर्ण नही हुई थी, तो बच्चों को संस्थान में पढ़ने के लिए भवन की सुविधा उपलब्ध करवाते हुए सीएमओ ने ताला खोला क्यों? और यदि जगह उपलब्ध करा दिया गया था तो संघर्षरत विद्यार्थियों के भविष्य को गहरे अंधेरे में झोंकने के लिए बिना नोटिस कोचिंग सेंटर बंद करने ताला तोड़ा क्यों? किसने दबाव बनाया? या फिर सीएमओ, नगरपालिका अध्यक्ष पद की कुर्सी रिक्त होने पर कर रहे मनमानी!
बहरहाल इन सबके बीच कांग्रेस पार्टी के जनप्रतिनिधी पार्षद एवं नेतागण इस मामले को संज्ञान में लेते हुए सड़क पर उतरकर पीड़ित विद्यार्थियों एवं उड़ान कोचिंग संस्थान के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले नगरपालिका अधिकारी के विरुद्ध पीड़ित युवाओं के साथ खड़े हुए, नगरपालिका प्रशासन द्वारा बिना सूचना बिना नोटिस कोचिंग संस्थान का ताला तोड़कर अध्ययन सामग्री (कापी पुस्तक व अन्य) पढ़ने में सुविधा उपलब्ध कराने वाले वस्तुओं को जबरदस्ती ट्रैक्टरों एवं वाहनों में भरकर ले जाने की कवायत को कांग्रेस नेताओं एवं अध्ययन रत छात्र छात्राओं ने लूट की संज्ञा दी है। एवं सभी कांग्रेसियों ने युवाओं के साथ कबीरधाम प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों को लिखित सूचना देकर नगरपालिका प्रशासन एवं अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाने की मांग की है। साथ ही तीन दिवस के भीतर मांग पूर्ण न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
आगे देखते हैं, क्या कबीरधाम के बच्चे अपने आईएएस एवं आईपीएस बनने की सपनों को पूर्ण कर पाते हैं या नहीं ! क्या शासन प्रशासन प्रभावित छात्र छात्राओं के लिए कोई विकल्प या सुविधा मुहैया करवाएगी? या टकराव की स्थिति बनी रहेगी।